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भगवान कृ ष्ण ने कहा था कक जजन घरों में प्रजतकदन गाय के घी का दीप दान ककया जाता है और उसी घी

से भोग-प्रसाद चढ़ाया जाता है, उन घरों पर देवी-देवता अपनी कृ पा अवश्य बरसाते हैं। ऐसा होने पर उन
घरों में दररद्रता का वास कभी नहीं होता।

घर आए मेहमान को सबसे पहले पानी देने से अशुभ ग्रह टल जाते हैं, इसजलए जब भी कोई घर में आए तो
उसे पहले पीने के जलए पानी दें।

पुराणों में शहद को बेहद पजवत्र माना गया है, यह घर की नकारात्मक ऊजाा को हटाकर वहाां सकारात्मक
ऊजाा को स्थाजपत करने का काया करता है। इसीजलए घर में शहद का होना अजनवाया है।

इसे हमेशा एक साफ-सुथरे स्थान पर रखना चाजहए। ऐसा होने पर घर के खचों में कमी आएगी और धन-
धान्य में बरकत होगी।

भगवान कृ ष्ण ने युजधजिर को बताया था कक सौरमांडल के ग्रह मनुष्य के जीवन को बहुत प्रभाजवत करते हैं।
प्रत्येक कदन व्यजि ग्रहों के जहसाब से अपने माथे पर जतलक लगाता है तो यह शुभ फल प्रदान करता है।

चांदन के जतलक को सबसे शुभ माना गया है, इसे माथे पर लगाने से शीतलता जमलती है और पापों का भी
नाश होता है। घर में चांदन रखना भी शुभ माना गया है, इसकी खुशबू से नकारात्मक ऊजाा दूर होती है।

ज्ञान, बुजि और सांगीत की देवी माने जाने वाली देवी सरस्वती के हाथ में वीणा अवश्य रहती है। पुराणों के
अनुसार देवी सरस्वती को कमल के फू ल पर बैठे और हाथ में वीणा पकड़े कदखाया गया है। कमल का फू ल
कीचड़ में जखलता है लेककन कीचड़ उसे छू भी नहीं पाता।

कमल पर बैठी माां सरस्वती अपने हाथ में वीणा रखती हैं, ये इस बात को दशााता है कक हम चाहे ककतने भी
बुरे और नकारात्मक हालातों में रहें लेककन हमें अपने ज्ञान के प्रकाश को हमेशा प्रज्वजलत रखना चाजहए।कमल
पर बैठी माां सरस्वती अपने हाथ में वीणा रखती हैं, ये इस बात को दशााता है कक हम चाहे ककतने भी बुरे
और नकारात्मक हालातों में रहें लेककन हमें अपने ज्ञान के प्रकाश को हमेशा प्रज्वजलत रखना चाजहए।

वीणा को देवी सरस्वती का ही रूप माना जाता है इसीजलए इसका घर में होना काफी लाभदायक जसि होता
है।

उपरोि बातें श्रीकृ ष्ण ने स्वयां युजधजिर को बताई थीं, जनजित तौर पर इनका अनुसरण कर हम जीवन की
बहुत सी परे शाजनयों से मुजि पा सकते हैं।

कडी पत्ता
् तेल तेल बनाने की जवजध –
कडी पत्ते
् का एक गुचछा
्् ले कर उसे साफ पानी से धो लें और सूरज की धूप में तब तक सुखा
लें, जब तक कक यह सूख कर कड़ी ना हो जाए। कफर इसे पाउडर के रूप में पीस लें अब 200
एम एल नाररयल के तेल में या कफर जैतून के तेल में लगभर 4 चम्मच
् कडी पत्ती
् जमक् स
् कर
के उबाजलये। 2 जमनट के बाद आांच बांद कर के तेल को ठां डा होने के जलये रख दीजजये। तेल को
छान कर ककसी एयर टाइट शीशी में भर कर रख प्रयोग करने का तरीका हफ्ते में एक या दो
बार इस कडी पत्ते
् का तेल जरुर लगाएां। अपनी दीजजये। उां गजलयों को जसर पर हल्के
् हल्के

घुमाते हुए जसर पर तेल फै लाएां। जसर धोने से 40 जमनट पहले यह तेल लगाएां। इस जवजध से यह
तेल सफे द हो रहे बालों को काला करने में मदद करेगा।
2) आमला तेल
आमला एक प्राकृ जतक डाई के रूप में पुराने जमाने की मजहलाओं दृारा प्रयोग ककया जाता था।
● इस तेल को बनाने की जवजध –
ताजा आमला ले कर उसे छोटे टुकड़ों में काट लें और उसका बारीक पेसट्् बना लें। पेसट्् बनाते
वक् ्त उसमें रोज वॉटर का भी प्रयोग कर सकते हैं। इस पेसट्् को अपने हेयर ऑयल के साथ
जमक् स
् कर के ककसी कपड़े या कफर ढक् कन
् से जबल्कु
् ल कस के बाांध दीजजये। अब आमला को तेल
के साथ जबल्कु
् ल जमक् स
् हो जाने दीजजये, ऐसा होने में लगभर 1 हफ्ता लगेगा। एक हफ्ते के बाद
तेल को छान कर ककसी साफ शीशी में भर लीजजये।
● प्रयोग करने की जवजध :-
सोने से पहले रोज रात को यह तेल लगाएां और इससे अपने जसर की अच्छे
् से मसाज करें। अगर
इस तेल को हल्की
् आांच पर गरम कर के लगाया जाए तो जल्दी
् असर कदखेगा। अगली सुबह
जसर को शैंपू से धो लें। इस आमला ट्रीटमेंट को आप रोज या कफर हर दूसरे कदन आजमाां सकती
हैं। इससे आपको बहुत लाभ जमलेगा।
☆ रटप््स :-
अपने भोजन में जनयजमत रूप से कडी पत्ता
् शाजमल करें और जजतना हो सके तनाव से दूर रहें।
इससे आपके बालों को काला होने में मदद जमलेगी।
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सुबह-सुबह दूध को देखना शुभ कहा जाता है। दूध का उबलकर जगरना शुभ माना जाता है। इससे घर में
सुख-शाांजत, सांपजि, मान व वैभव की उन्नजत होती है। दूध का जबखर जाना अपशकु न मानते हैं जो ककसी
दुघाटना का सांकेत है। दूध को जान-बूझ कर छलकाना अपशकु न माना जाता है जो घर में कलह का कारण
है।हर घर में दपाण का बहुत महत्व है। दपाण से जुड़े कई शकु न-अपशकु न मनुष्य जीवन को कहीं न कहीं
प्रभाजवत अवश्य करते हैं। दपाण का हाथ से छू टकर टू ट जाना अशुभ माना जाता है। एक वषा तक के बच्चे को
दपाण कदखाना अशुभ होता है। यकद कोई नवजववाजहता अपनी शादी का जोड़ा पहन कर श्रृांगार सजहत खुद को
टू टे दपाण में देखती है तो भी अपशकु न होता है।

तात्पया है कक दपाण का टू टना हर दृजिकोण से अशुभ ही होता है। इसके जलए यकद दपाण टू ट जाए तो इसके
टू टे हुए टु कड़ों को इक्ट्ठा करके बहते जल में डाल देने से सांकट टल जाते हैं।

आज के इस युग में पैसे को भगवान माना जाता है। जेब को खाली रखना अपशकु न मानते हैं। कहा जाता है
कक पैसे को अपने कपड़ों की हर जेब में रखना चाजहए। कभी भी पसा खाली नहीं रखना चाजहए।

चाकू एक ऐसी वस्तु है जजसके जबना ककसी भी घर में काम नहीं चल सकता। इसकी जरूरत हर छोटे -छोटे
काया में पड़ती है। इससे जुड़े भी अनेक शकु न-अपशकु न होते हैं। डाइननग टे बल पर छु री-काांटे का क्रास करके
रखना अशुभ मानते हैं इसके कारण घर के सदस्यों में झगड़ा हो जाता है। मेज से चाकू का नीचे जगरना भी
अशुभ होता है।

नवजात जशशु के तककए के नीचे चाकू रखना शुभ होता है तथा


छोटे बच्चे के गले में छोटा सा चाकू डालना भी अच्छा होता है।
इससे बच्चों की बुरी आत्माओं से रक्षा होती है व नींद में बच्चे
रोते भी नहीं हैं। यकद कोई व्यजि आपको चाकू भेंट करे तो
इसके बुरे प्रभाव से बचने के जलए एक जसक्का अवश्य दें।झाडू को
घर की लक्ष्मी मानते हैं क्ट्योंकक यह दररद्र को घर से बाहर जनकालता है।
इससे भी कई शकु न व अपशकु न जुड़े हैं। दीपावली के त्यौहार पर नया
झाडू घर में लाना लक्ष्मी जी के आगमन का शुभ शकु न है। नए घर में
गृह प्रवेश से पूवा नए झाडू का घर में लाना शुभ होता है। झाडू के
ऊपर पाांव रखना गलत समझा जाता है। यह माना जाता है कक व्यजि
घर आई लक्ष्मी को ठु करा रहा है।

कोई छोटा बच्चा अचानक घर में झाडू लगाने लगे तो समझ लीजजए कक
घर में कोई अवाांजछत मेहमान के आने का सांकेत है। सूयाास्त के बाद घर
में झाडू लगाना अपशकु न होता है क्ट्योंकक यह व्यजि के दुभााग्य को
जनमांत्रण देता है।

सुबह के समय यकद पानी या दूध से भरी बाल्टी कदखाई दे तो शुभ


होता है। इससे मन में सोचे काया पूरे होते हैं। खाली बाल्टी देखना
अपशकु न समझा जाता है जो बने-बनाए कायों को जबगाड़ देता है। रात
को खाली बाल्टी को प्रायः उल्टा करके रखना चाजहए एवां घर में एक
बाल्टी को अवश्य भरकर रखें ताकक सुबह उठकर घर के सदस्य उसे देख
सकें ।

घर में लोहे का होना शुभ कहा जाता है। लोहे में एक शजि होती है
जो बुरी आत्माओं को घर से भगा देती है। परां तु पुराने व जांग लगे लोहे
को घर में रखना अशुभ है। घर में लोहे का सामान साफ करके रखें।

हेयरजपन एक बहुत ही मामूली सी चीज है परां तु इसका प्रभाव बड़ा


आियाजनक होता है। यकद ककसी व्यजि को राह में कोई हेयरजपन पड़ा
जमल जाय तो समझो कक उसे कोई नया जमत्र जमलने वाला है। वहीं यकद
हेयर जपन खो जाय तो व्यजि के नए दुश्मन पैदा होने वाले हैं। हेयरजपन
को घर में कहीं लटका कदया जाए तो यह अच्छे भाग्य का प्रतीक है।
काले वस्त्र बहुत अशुभ माने जाते
हैं। ककसी व्यजि के घर से बाहर
जाते समय यकद कोई आदमी काले
वस्त्र पहने हुए कदखाई दे तो
अपशकु न माना जाता है जजसके बुरे
प्रभाव से जाने वाले व्यजि की
दुघाटना हो सकती है। अतः ऐसे
व्यजि को अपना जाना स्थजगत कर
देना चाजहए।

रूई का कोई टु कड़ा ककसी व्यजि के कपड़ों


पर जचपका जमले तो यह शुभ शकु न है। यह
ककसी शुभ समाचार आने का सांकेत है या
ककसी जप्रय व्यजि के आने का सांकेत है। कहा
जाता है कक रूई का यह टु कड़ा व्यजि को
ककसी एक अक्षर के रूप में नजर आता है व
यह अक्षर उस व्यजि के नाम का प्रथम अक्षर
होता है जहाां से उस व्यजि के जलए शुभ
सांदेश या पत्र आ रहा है।

चाजबयों का गुच्छा गृजहणी की सांपूणाता का


प्रतीक है। यकद गृजहणी के पास चाजबयों का
कोई ऐसा गुच्छा है जजस पर बार-बार साफ
करने के बाद भी जांग चढ़ जाए तो यह एक
अच्छा शकु न है। इसके फलस्वरूप घर का
कोई ररश्तेदार अपनी जायदाद में से आपको
कु छ देना चाहता है या आपके नाम से कु छ
धन छोड़कर जाना चाहता है। चाजबयों को
बच्चे के तककए के नीचे रखना भी अच्छा होता
है इससे बुरे स्वप्नों एवां बुांरी आत्माओं से बच्चे
का बचाव होता है।

कभी-कभी कमीज़, कोट या अन्य कोई कपड़े का बटन गलत लग


जाए तो अपशकु न होता है जजसके अनुसार सीधे काम भी उल्टे
पड़ जाएांगे। इसके दुष्प्रभाव से बचने के जलए कपड़े को उतारकर
सही बटन लगाने के बाद पहनें। यकद रास्ते चलते आपको कोई
बटन पड़ा जमल जाए तो यह आपको ककसी नए जमत्र से
जमलवाएगा।
यकद बालों को कां घी करते समय ककसी गृहणी या वधू के हाथ से
कां घी छू ट कर नीचे ककसी नाली में जा जगरे तो शुभ शकु न माना
जाता है जो घर में नए मेहमान के आने की सांभावना है जो
घर में नई आशा-नई खुजशयाां लेकर आएगा।

दवा के जवषय में लोगों की धारणा है कक दवा की खाली


शीजशयाां घर में रखना अपशकु न माना जाता हैं-जो दोबारा से
ककसी व्यजि के बीमार होने का सांकेत देती हैं। इसजलए दवा की
खाली शीजशयों को फौरन घर से बाहर फें क देना चाजहए।

घर की जरूरत की चीजों में सुई सबसे छोटी वस्तु कहलाती है।


यह जजतनी छोटी है उतने ही बड़े काम करती है ककन्तु इस सुई
से भी अनेकों शकु न-अपशकु न जुड़े हुए हैं। एक धारणा के
अनुसार सुबह उठते ही मुांह से सुई शब्द जनकले तो अपशकु न
माना जाता है। एक और धारणा के अनुसार यकद कोई सुई काले
धागे में जपरोई हुई गली में जमले तो अपशकु न समझा जाता है।

एक अन्य धारणा के अनुसार यकद रात को सोते समय सुई टू ट


जाए तो उस घर में शहनाईयाां बजने का शुभ शकु न माना जाता
है। इां ग्लैंड की धारणा के अनुसार सुई का उधार माांगना अथवा
उधार देना अपशकु न होता है जो जमत्रता को समाप्त कर देता है।

आटे का घर की गृहणी एवां रसोई से बहुत गहरा सम्बन्ध है।


कहते हैं आटा बहुत शुभ शकु न माना जाता है। एक धारणा के
अनुसार रसोई में यकद कोई गृहणी आटा गूांथ रही हो-उसमें से
थोड़ा-सा आटा उछलकर जगर जाए तो घर में ककसी मेहमान के
आने का शुभ शकु न माना जाता है क्ट्योंकक मेहमान घर में
खुजशयाां लाता है।
एक अन्य धारणा के अनुसार यकद रसोई घर में कोई गृहणी
आटा गूांथने की तैयारी कर रही हो और उस वि घर के
दरवाजे पर कोई जभखारी आ जाए तो गृहणी उस आटे में से
एक मुठी आटा जनकालकर उस जभखारी को दे आए तो शुभ
शकु न माना जाता है। इस बात से यह माना जाता है कक वह
दान ककया एक मुठी आटा घर के व्यजि पर पड़े सांकट से बचाने
के काम आएगा।

फनीचर घर की शोभा बढ़ाता है। यह ककसी न ककसी रूप में


हर घर में पाया जाता है। इससे भी शकु न और अपशकु न जुड़े
हुए हैं। कहते हैं कक जबना कारण के फनीचर में से कोई चीज
जनकल कर जगर जाए तो अपशकु न माना जाता है। इससे घर में
ककसी की मृत्यु का सांकेत जमलता है। एक अन्य धारणा के अनुसार
यकद कोई फनीचर अपने आप जहलकर आवाज करने लगे तो
मौसम बदलने वाला है जो शुभ शकु न का सांकेत होता है।

कैं ची भी हर घर की जरूरत समझी जाती है। कपड़ों को सीने,


काटने में कैं ची का प्रयोग ककया जाता है। इस वस्तु से भी बहुत
से शकु न-अपशकु न जुड़े हुए हैं। एक धारणा के अनुसार कैं ची का
हाथ से छू टकर जगर जाना अपशकु न माना जाता है लेककन जगरी
हुई कैं ची को दोबारा से उठाना उससे भी बड़ा अपशकु न होता है
इसजलए कैं ची ककसी और व्यजि से उठवानी चाजहए। यकद कोई
दूसरा व्यजि वहाां मौजूद न हो तो अपशकु न के दुष्प्रभाव से
बचने के जलए कैं ची को उठाकर तब तक रगड़ना चाजहए जब
तक कक वे गमा न हो जाए।

कहते हैं कक कैं ची स्टील की बनी होती है और स्टील पजवत्र


मानी जाती है इसजलए रगड़ने से इसकी शजि जाग्रत हो जाती
है जजससे वह व्यजि सांकट से बच जाता है। एक अन्य धारणा के
अनुसार कैं ची के जगरते ही उसका एक फल जमीन में गढ़ जाए
तो ककसी की मृत्यु का अपशकु न माना जाता है। एक दूसरी
धारणा के अनुसार कैं ची का खाली चलाना अपशकु न समझा
जाता है जो घर में कलह और झगड़े करवाता है।

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